महिला T20 वर्ल्ड कप वर्ष 2009 से होता आ रहा है | जिसमे आठ बार टूर्नामेंट खेला जा चूका है | और यहाँ अकेले ऑस्ट्रेलिया ने छ बार खिताब जीता है | इसके इलावा इंग्लैंड 2009 में और वेस्ट इंडीज 2016 T20 वर्ल्ड कप जीता था |
ऑस्ट्रेलिया ने महिला T20 वर्ल्ड कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 19 रन से हराकर छठी बार ख़िताब अपने नाम किया| कैप्टाउन के नूलैंड्स में खेले गए मुक़ाबले मे टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 20 ओवर में छह विकेट गवाकर 156 रन बनाए |
बटेर बेथ मुनि ने 53 गेंदों में 74 रन की नाबाद पारी खेली, जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 20 ओवर में छह विकेट गवाकर 137 रन ही बना सकी | ल वोल्वरट ने 48 गेंदों में 61 रन बनाये | फिर उनके सत्रहवें ओवर में आउट होते ही दक्षिण अफ्रीका की आखरी उम्मीद ख़त्म हो गयी |
ऑस्ट्रेलिया की टीम इससे पहले 2010, 2012, 2014, 2018, 2020 में चैंपियन बन चुकी है | ऑस्ट्रेलिया की टीम ने दूसरी बार महिला T20 वर्ल्ड कप में खिताबी हैट्रिक लगाई है, इससे पहले टीम ने 2010, 2012 और 2014 में लगातार तीन ख़िताब जीते थे |VAHI अब वही अब 2018, 2020 और 2023 में फिर ख़िताब जीते है |
पुरुष या महिला दोनों क्रिकेट मिलाकर पहली बार किस टीम ने ICC टूर्नामेंट में दूसरी बार खिताबी हैट्रिक लगाई है |
ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के एश्ले गार्डनर प्लेयर ऑफ़ थे टूर्नामेंट बानी | जबकि बेथ मुनि को प्लेयर ऑफ़ थे मैच अवार्ड दिया गया, वर्ष 2009 से यह टूर्नामेंट खेला जा रहा है और तबसे आठ बार यह टूर्नामेंट खेला जा चूका है इनमे से अकेले ऑस्ट्रेलिया ने छह बार ख़िताब जीता है|
2009 में इंग्लैंड और 2016 में वेस्ट इंडीज यह ख़िताब अपने नाम किया था, यह कुल मिलाकर ऑस्ट्रेलिया महिला टीम द्वारा जेता गया 13 वा ICC खिताब है, इससे पहले ऑस्ट्रेलिया महिला टीम सात बार एक दिवसीय विश्व कप 1978, 1982, 1988, 1997, 2005, 2013, 2022 भी जीत चुकी है |
ऑस्ट्रेलिया पुरुष टीम को मिला दिया जाए तो महिला t20 वर्ल्ड कप का ख़िताब इस देश द्वारा जीता गया 21 वा ICC ख़िताब है | ऑस्ट्रेलिया पुरुष क्रिकेट टीम ने पांच बार एक दिवसीय वर्ल्ड कप, एक बार T20 वर्ल्ड कप और दो बार चैंपियनशिप का ख़िताब जीता है |
यानी ऑस्टेलिए पुरुष टीम के पास कुल आठ ख़िताब है, जबकि महिला टीम के पास 13 ख़िताब है, अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में इतने ख़िताब जितने वाला अकेला देश है |
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी रही थी एलिशा हिली और बेथ मुनि ने पहले विकेट के लिए 36 रन की साझेदारी निभाई, हिली 20 गेंदों में 18 रन ही बना सकी, इसमें तीन चौके शामिल है, इसके बाद एश्ले गार्नर ने मुनि के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी निभाई |
गार्डनर 21 गेंदों पर 28 रन बनाकर क्लो ट्रायोन के गेंद पर कैच आउट हुई,, पर जाते जाते दो चौके और दो छक्के जड़ के गयी, ग्रेस हैरिस 9 गेंदों में 10 रन और कप्तान मेग लेनिंग 11 गेंदों में 10 बनाकर आउट हुई | एलिश पैरी पांच गेंदों में सात रन बनाकर आउट हुई|
इस बिच बेथ मुनि ने अर्धशतक जड़ा, वह दो वर्ल्ड कप फाइनल में अर्धशतक लगाने वाली दुनिया की पहली महिला खिलाडी बन गयी, आखरी ओवर में शबनम इस्माइल ने चौथी गेंद पर एलिश पेरी और पांचवी गेंद पर वेयरहैम को आउट किया, उनके पास हैट्रिक का मौका था|
ताहिल मेहेगरा आखरी गेंद पर एक रन लिया, लेकिन शबनी हैट्रिक ले नहीं सकी , बेथ मुनि 53 गेंदों में नौ चौके और एक छक्के की मदद से 74 रन बनाकर नाबाद रही | दक्षिण अफ्रीका के आवर से मारिजाने कैप और शबनम इस्माइल ने दो – दो विकेट लिए,वही मलाबा और ट्रायोन को एक एक मिला |
157 रन के लक्ष्य की पीछा करने उत्तरी दक्षिण अफ्रीका तेमा की शुरुआत ख़राब रही ताजमिन ब्रिट्स 17 गेंदों में 10 रन बनाकर आउट हुई | इसके बाद मारिजाने कैप ने एल वोल्वार्ड्ट के साथ पारी सभाल नहीं सकी| दोनों ने 29 रन की सांझेदारी निभाई
हालांकि रन रेट मिलाने के चक्कर में कैप अपना विकेट गवा बैठी | वह 11 गेंदों में 11 रन बनाकर आउट हुई वह 2 रन बना सकी | 54 रन पर तीन विकेट गिर चूका था, तब अफ्रीकी टीम काफी परेशानी में दिख रही थी
इसके बाद वोल्वार्ड्ट ने क्लो ट्रायोन के साथ मिलकर दक्षिण अफ्रीका के लिए एक उम्मीद जगाई, दोनों ने चौथे विकेट के लिए 55 रन का साझेदारी निभाई | हालांकि रन को तेजी से बढ़ाने के चक्कर में वोल्वार्ड्ट मेगन शुट्ट के गेंद पर एलबीडब्लू हो गयी | वह 48 गेंदों में 61 रन बना सकी
इसके बाद अफ्रीकी टीम लगातार विकेट गवाते रही | एनेके बोश एक रन, ट्रायोन 23 गेंदों में 25 रन बनाकर आउट हुई, आखिर में नडिन डी क्लर्क आठ रन और सिनालो जाफ्ता नौ रन बनाकर नाबाद रही | ऑस्ट्रेलिया के और से शुट्ट, एश्ले गार्डनर, डार्सी ब्राउन और जेस जोनासेन को एक एक विकेट मिला |
महिला कप्तान मेग लेनिंग और उनकी टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया की क्यू मौजूदा ऑस्ट्रेलिया महिला टीम वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे मजबूत और सबसे खतरनाक टीम है, एक ऐसी टीम जो अपना सौं फीसदी न खेलकर भी विरोधी टीम को जीत से बिलकुल रोक देता है|
सेमीफइनल में भारत के खिलाफ पूरी लय में न खेलकर भी, यहाँ ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की, और फाइनल में जगह बनाई, फाइनल में फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसने दमदार प्रदर्शन नहीं किया थे लेकिन फिर भी ख़िताब अपने नाम किया |